महाराष्ट्र में मौत के आंकड़ों में हुआ बड़ा बदलाव, सुधार के बाद जोड़ी गयी 1328 नई मौतें

महाराष्ट्र में मौत के आंकड़ों में हुआ बड़ा बदलाव, सुधार के बाद जोड़ी गयी 1328 नई मौतें

सेहतराग टीम

राज्य सरकार द्वारा कोरोना से मरने वालों के आंकड़ों में सुधार की प्रक्रिया के बाद महाराष्ट्र में कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या में मंगलवार को 1409 का इजाफा हुआ। इसी के साथ राज्य में कोरोना महामारी से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 5537 हो गया। दिल्ली में भी ऐसा मामला सामने आया है। डेथ ऑडिट कमेटी की गणना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 437 मौतों की सूचना दी, जिसके बाद कोविड-19 से रही मौतों का आंकड़ा मंगलवार को 1,837 हो गया। इसमें से 93 मौतें मंगलवार को हुईं और बाकी पहले की हैं। 1837 मौतों के बाद दिल्ली में महाराष्ट्र (5,537) के बाद कोरोनवायरस के कारण सबसे अधिक मौतें हुई हैं। वहीं गुजरात 1,534 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर है।

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इन 1409 में से मंगलवार को केवल 81 लोगों की मौत हुई थी। जबकि बाकी मौतें मार्च के बाद से हुई हैं और अब आंकड़ों में जोड़ दी गयी हैं। वहीं मुंबई में कोरोना से मरने वालों की संख्या में मंगलवार को  917 का इजाफा हुआ है, जिससे अब कुल आंकड़े 3,167 हो गए हैं।  इसमें भी 55 मौतें ही मंगलवार को हुई जबकि 862 मौतें मार्च से हुई हैं जिन्हें पहले दर्ज नहीं किया गया था।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इसी के साथ महाराष्ट्र में मृत्यु दर 1,13,445 मामलों के साथ अब 4.8 प्रतिशत है जो कि पहले 3.7 प्रतिशत थी। यह मौजूदा राष्ट्रीय औसत 2.8% से बहुत अधिक है। राज्य में एक्टिव केस 50,044 (कुल का 44.1%) है। मुंबई में 60,228 मामले हैं उनमें से 43.18% (26,012) एक्टिव हैं।

दरअसल, 6 जून को खत्म हुई संख्याओं के मिलान के बाद राज्य सरकार के आंकड़ों और ICMR पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों के बीच अधिकारियों ने मृत्यु दर में कमी देखी। इसके बाद, सभी जिलों से कहा गया कि वे प्रत्येक मरीज के मामले के विवरण को अपडेट करें और डेटा अपलोड करें। 11 जून को स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने सभी जिलों को पत्र लिखकर 15 जून तक का समय दिया था कि वे आंकड़े अपडेट करें।

वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि डाटा के मिलान की प्रक्रिया अभी केवल आधी ही है और ऐसे में मौतों की संख्या में और वृद्धि संभव है। व्यास ने कहा, 'हमारे पास महाराष्ट्र में एक लाख से अधिक मामले हैं और प्रत्येक मामले का नोट किया जाना जरूरी है। सरकार का किसी भी मृत्यु को छिपाने का कोई इरादा नहीं है। हम सभी मौतों की घोषणा करेंगे क्योंकि डेटा को अब भी ठीक किए जाने की प्रक्रिया जारी है।

राज्य के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, "जिलों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे वास्तविक समय में मौतों और मामलों की रिपोर्ट करें, ताकि सही रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जा सके।" वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि विसंगति सामने आने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से "सभी आंकड़ों को पारदर्शी तरीके से रिपोर्ट करने" के निर्देश आए थे।

मुंबई के बाद, ठाणे (146) में सबसे अधिक असमय मौतें हुईं। इसके बाद पुणे (85), सोलापुर (51), जलगाँव (34), औरंगाबाद (33), नासिक (28), अकोला (14), रायगढ़ (14), धुले (12) और पालघर (11) आदि जगह अधिक मौतें हुईं। महाराष्ट्र के 14 अन्य जिलों में कम संख्या में असमय मौतें हुईं।

 

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